देहरादून. उत्तराखंड के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण में शनिवार को वोटिंग (First Phase Voting) होनी है. लेकिन वोटिंग से ठीक पहले बीजेपी (BJP) में एक विवाद खड़ा हो गया है. पार्टी के एक ज़िला पंचायत सदस्य पद के अधिकृत प्रत्याशी ने अपनी ही पार्टी के विधायक पर अपने ख़िलाफ़ काम करने का आरोप लगाया है. इसके बाद आरोपी विधायक ने किसी का भी फ़ोन उठाना बंद कर दिया है और बीजेपी संगठन का कहना है कि वह इस मामले की जांच कर रहा है.
यह है मामला
यह देहरादून जिले के अंतर्गत ‘अस्थल’ ज़िला पंचायत सदस्य सीट का है. इस सीट से बीजेपी ने बीर सिंह चौहान को अपना अधिकृत प्रत्याशी बनाया है. अब चौहान ने आरोप लगाया है कि रायपुर और मसूरी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाली इस सीट पर उन्हें रायपुर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के विधायक उमेश शर्मा काऊ का समर्थन नहीं मिल रहा है.
चौहान ने आरोप लगाया है कि न सिर्फ़ विधायक काऊ उनका समर्थन नहीं कर रहे बल्कि उनके खिलाफ एक दूसरे प्रत्याशी को समर्थन कर रहे हैं. इस बारे में चौहान ने पार्टी के प्रदेश महामंत्री खजान दास को शिकायत कर दी है.
शिकायत मुख्यमंत्री को भी की गई है और एक ऑडियो क्लिप भी पार्टी के प्रदेश महामंत्री को दी गई है. इस ऑडियो क्लिप में कथित रूप से रायपुर के बीजेपी विधायक उमेश शर्मा काऊ अपने समर्थकों से किसी और प्रत्याशी को जिताने, वोट देने की मांग कर रहे हैं.
काऊ हुए अंडरग्राउंड
इस ख़बर पर बीजेपी के रायपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक उमेश शर्मा काऊ से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन न तो उन्होंने फ़ोन उठाया और न ही वह घर पर मिले.
बीजेपी संगठन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है. बीजेपी के प्रदेश महामंत्री खजान दास ने कहा कि जो भी प्रत्याशी पार्टी द्वारा अधिकृत किए गए हैं उनके ख़िलाफ़ काम करने वालों पर सख़्त कार्रवाई की जाएगी. खजानदास ने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है और पार्टी इस मामले की जांच करवा रही है.
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