हैदराबाद. हैदराबाद में महिला डॉक्‍टर से गैंगरेप और फिर जला कर मारने के मामले में चार आरोपियों के एनकाउंटर में मारे जाने की खबर सुनकर उनके परिजन सदमे में हैं. मुख्य अभियुक्त मोहम्मद आरिफ की मां ने सिर्फ यह कहा कि 'मेरा बेटा चला गया.' आरिफ के पिता ने पहले कहा था, 'अगर अपराध किया है तो उनका बेटा सबसे कठोर सजा का हकदार है.'

चेन्नाकेशवुलु की पत्नी रेणुका ने कहा, 'पुलिस को उसे भी मार देना चाहिए क्योंकि वह अपने पति की मृत्यु के बाद कुछ नहीं है.' उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'मुझे बताया गया कि मेरे पति को कुछ नहीं होगा और वह जल्द ही वापस आएंगे. मुझे नहीं पता कि क्या करना है. कृपया मुझे उस जगह पर ले जाएं जहां मेरे पति को मार दिया गया और मुझे भी मार दें.'

'लेकिन उसका अंत ऐसा नहीं होना था...'
चेन्नाकेशवुलु की हाल ही में शादी हुई थी. शिव के पिता जोलु रामप्पा ने कहा कि 'उनके बेटे ने अपराध किया होगा, लेकिन उसका अंत ऐसा नहीं होना था. कई लोगों ने बलात्कार और हत्याएं कीं. लेकिन वे इस तरह नहीं मारे गए. उन्हें इस तरह से क्यों नहीं मारा गया.'



तेलंगाना में नारायणपेट जिले के जकलर गांव के 26 वर्षीय आरिफ ने ट्रक ड्राइवर बनने से पहले एक स्थानीय पेट्रोल पंप में काम किया था. एक अन्य आरोपी जोलू शिवा और जोलु नवीन दोनों 20 साल के थे, सफाईकर्मी के रूप में काम कर रहे थे और उसी जिले के गुडीगंदला गांव के थे. चिंताकुंटा चेन्नेकशवुलु (20) भी उसी गाँव का एक ट्रक ड्राइवर था. उनके जानने वाले लोगों के अनुसार चेन्नाकेशवुलु गुर्दे की बीमारी से पीड़ित था.

पुलिस से हथियार छीनकर आरोपियों ने फायरिंग की

बता दें कि घटनास्‍थल पर आरोपियों के साथ सीन रिक्रिएट करने गई पुलिस ने शुक्रवार सुबह एनकाउंटर में चारों आरोपियों को मार गिराया. इसके बाद पुलिस ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस करके मामले की पूरी जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि वह घटनास्‍थल पर आरोपियों के साथ पीड़िता का मोबाइल और कुछ अन्‍य सामान खोजने गई थी. इस दौरान आरोपियों ने पहले पुलिस पर पत्‍थरबाजी की और बाद में पुलिसकर्मियों के हथियार छीन लिए. हथियार छीनने के बाद आरोपी फायरिंग करके भाग रहे थे, तभी पुलिस ने एनकाउंटर में उन्‍हें मार गिराया.
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