नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में पानी की गुणवत्ता को लेकर जब से रिपोर्ट आई है, तब से दिल्ली में राजनीति गर्म है. 21 शहरों की रिपोर्ट में दिल्ली का पानी सबसे गंदा निकला. इसके बाद से केजरीवाल सरकार और केंद्र सरकार आमने-सामने है. दिल्ली के पानी का स्तर जांचने के लिए दोनों नेता एक दूसरे को चुनौती दे रहे हैं. उपभोक्ता मंत्री पासवान ने दोबारा जांच करने के लिए एक टीम भी बना दी है.
दिल्ली का पानी सबसे गंदा- रिपोर्ट


दरअसल ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (बीआईएस) की लिस्ट में दिल्ली के पानी को सबसे गंदा बताया गया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार बीआईएस की लिस्ट को राजनीति से प्रेरित बता रहे हैं. तो पानी पर छिड़ी राजनीति के बीच अब केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने भी केजरीवाल को चिट्ठी लिखकर चुनौती दे दी है.

जहां भी कहेंगे वहीं जाकर पानी का सैंपल लेंगे- पासवान
चिट्ठी में पासवान ने लिखा, ‘’अरविंद केजरीवाल दोबारा पानी के नमूनों की जांच के लिए अपना प्रतिनिधि बताएं. बीआईएस की उच्च स्तरीय टीम उनके साथ फिर नमूने लेकर जहां चाहें वहां से जांच कराने के लिए तैयार है. अगर आपको लगता है कि ये रिपोर्ट गलत है तो दिल्ली सरकार कहे. दिल्ली सरकार और बीआईएस की एक संयुक्त टीम बनाता हूं और वो जहां भी कहेंगे वहीं जाकर पानी का सैंपल लेंगे और जांच करवाएंगे.’’
वहीं, पासवान ने कल लोकसभा में कहा, ‘‘आज दिल्ली में स्थिति यह है कि कोई भी व्यक्ति नल का पानी नहीं पी सकता (बगैर फिल्टर किये या गर्म किये). नल से नीला-पीला पानी निकलता है.’’ उन्होंने कहा कि इससे सबसे ज्यादा गरीब तबके के और झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोग और बच्चे प्रभावित होते हैं. मैंने हाल ही में पानी के नमूने मंगाये थे लेकिन प्राथमिक स्तर पर ही ये सभी नाकाम साबित हो गये. जबकि दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार का दावा है कि यह (पानी) यूरोपीय मानदंडों के अनुरूप है.’’

बीआईएस की रिपोर्ट राजनीति से प्रेरित- केजरीवाल
इससे पहले केजरीवाल ने भी रामविलास पासवान को चुनौती दी. केजरीवाल लगातार ये दावा कर रहे हैं कि बीआईएस की रिपोर्ट राजनीति से प्रेरित है. दावा ये भी कि केंद्र के ही जल मंत्री गजेन्द्र शेखावत दिल्ली के पानी को यूरोपीय स्टैंडर्ड से बेहतर बता चुके हैं.


बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने दिल्ली में पानी की गुणवत्ता का विषय उठाते हुए कहा कि दिल्ली में (आप नीत) सरकार की तरफ से स्वच्छ पेयजल आपूर्ति पर जो रकम खर्च की जानी चाहिए थी उसे सब्सिडी देने में खर्च किया जा रहा है. पानी की पाइपें खराब हो रही हैं. बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली में ‘स्वास्थ्य के लिये आपात स्थिति’ है. उन्होंने कहा कि बीआईएस की जांच में यह खुलासा हुआ कि 20 राज्यों में सबसे खतरनाक स्थिति (पानी की) दिल्ली में है.
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