नई दिल्ली। साल 2019 खत्म होते-होते सूर्य ग्रहण पड़ा और अब साल 2020 के शुरुआत में ही साल का पहला चंद्रग्रहण लग रहा है। यह ग्रहण 10 जनवरी शुक्रवार को भारतीय समय अनुसार रात 10 बजकर 37 मिनट पर लगने वाला है। वैसे तो यह उपछाया चंद्रग्रहण है जिसका बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं होता है क्योंकि इस तरह के ग्रहण में चंद्रमा की काली छाया पृथ्वी पर नहीं पड़ती है।

आपको बता दें कि ग्रहण 3 तरह का होता है- पूर्ण ग्रहण, आंशिक ग्रहण और उपछाया ग्रहण। 10 जनवरी को लगने वाला चंद्रग्रहण उपछाया ग्रहण है। नासा ने इस चंद्रग्रहण को wolf moon eclipse नाम दिया है। इस उपछाया चंद्रग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे 5 मिनट रहने वाली है और यह रात 10 बजकर 37 मिनट से शुरू होकर 11 जनवरी की सुबह 2 बजकर 42 मिनट तक रहेगा।

सीधे खुली आंखों से दिखाई नहीं देगा यह ग्रहण
चूंकि यह उपछाया चंद्रग्रहण है लिहाजा इसका कोई सूतक भी नहीं लगेगा और सभी कार्य अपने हिसाब से हो सकते हैं। साथ ही भारत में इस ग्रहण का असर भी न के बराबर होगा। इसे उपछाया चंद्रग्रहण इस वजह से भी कहते हैं क्योंकि यह सीधे खुली आंखों से दिखाई नहीं देता है।

इन जगहों पर नजर आएगा यह चंद्रग्रहण
- भारत
- यूरोप के देश
- एशिया के सभी देश
- ऑस्ट्रेलिया
- अफ्रीका के देश
- नॉर्थ अमेरिका
- साउथ अमेरिका का पूर्वी हिस्सा
- भारतीय महासागर

इन देशों में नहीं दिखेगा चंद्रग्रहण
- अमेरिका
- सेंट्रल कनाडा
- साउथ अमेरिका
- अंटार्टिका
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