क़ाज़ी इबाद शकेब की रिपोर्ट
बाराबंकी। रुदौली तहसील को फैजाबाद से हटाकर पूर्ववत बाराबंकी में मिलाए जाने की मांग को लेकर वकीलों ने जुलूस निकाला तथा मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी सदर अभय कुमार पांडेय को सौंपा।

इस बार तहसील दिवस होने के कारण वकीलों तहसील प्रांगण में ज्ञापन सौंपा। जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भारत सिंह यादव ,व रुदौली वापसी संघर्ष समिति के संयोजक मो एखलाक एडवोकेट के संयुक्त निर्देशन में जिला बार एसोसिएशन से सुरु जुलूस कलेक्ट्रेट कचेहरी पहुंचा । तहसील दिवस के कारण सभी अधिकारी तहसील में थे।इसकी जानकारी होते ही वकीलों ने तहसील में धावा बोल दिया।पहले तो ज्ञापन लेने तहसीलदार आये लेकिन वकीलों ने उन्हें ज्ञापन देने से मना किया तो उपजिलाधिकारी अभय पाण्डे ने आकर ज्ञापन लिया ।
रुदौली वापसी सम्बन्धी ज्ञापन में कहा गया है कि बगैर किसी औचित्य के बसपा नेत्री मायावती पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अपने पहले कार्यकाल में रुदौली तहसील को बाराबंकी से हटाकर फैजाबाद में मिला दिया था। इसके बाद सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी प्रमुख रहे मुलायम सिंह यादव ने पुनः बाराबंकी को फैजाबाद से हटाकर बाराबंकी में मिला दिया था। इसके बाद पुनः सत्तारूढ़ होते ही मायावती ने दुबारा रुदौली को फैजाबाद में मिला दिया था इसके बाद अक्टूबर 2007 से आंदोलन शुरू हुआ जो अभी तक शांतिपूर्ण रूप से चल रहा है रुदौली तहसील वापसी आंदोलन के नेता मोहम्मद एखलाक एडवोकेट ने बताया कि विधानसभा चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री योगी ने भी ऐलान किया था कि सूबे में भाजपा सरकार बनी तो रूदौली को फैजाबाद से हटाकर बाराबंकी में मिला दिया जायेगा लेकिन अभी तक योगी सरकार ने यह वायदा पूरा नही किया।

नेता द्वय ने बताया कि गोण्डा जिले की तहसील नबाबगंज फैजाबाद के अति निकट,और गोंडा से बहुत दूर है इसलिए नबाब गंज तहसील को गोण्डा से हटाकर फैजाबाद में मिला दिया जाय और रुदौली को फैजाबाद से हटाकर बाराबंकी में मिला देने से किसी को कोई नुकसान नही होगा जिससे दोनों तहसील के लोगों लिए सुविधाजनक होगा इस अवसर पर जिला बार एसोसिएशन के पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष कौशल किशोर त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री को किये गए वादे को याद दिलाया इस अवसर पर ज़िला बार के अध्यक्ष भारत सिंह यादव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रमन लाल द्विवेदी, महामंत्री सुनीत अवस्थी,रुदौली तहसील वापसी संघर्ष समिति के संयोजक मोहम्मद एखलाक , लल्लन यादव, वीरेन्द्र श्रीवास्तव, कौशल किशोर त्रिपाठी, सतीश पाण्डे,वीरेन्द्र तिवारी, मोहम्मद तालिब, मोहम्मद शादाब, नरेंद्र वर्मा, रमेश चंद्र वर्मा, सी०बी० सिंह, नरेश सिंह,निशात अहमद, शाहीन अख़्तर, देवेन्द्र यादव, ओम प्रकाश यादव, पंकज निगम आदि सैकड़ों अधिवक्ता उपस्थित रहे ।
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