नई दिल्ली : नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का लेकर दो समूहों के बीच झड़प के बाद उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के मद्देनजर गृह मंत्री अमित शाह ने यहां के बाशिंदों को आश्वस्त करने का प्रयास किया कि पुलिस बिना किसी धार्मिक या जातिगत भेदभाव के लोगों को सुरक्षा प्रदान कर रही है। उन्होंने लोगों से यह अपील भी की कि वे अफवाहों पर भरोसा न करें, क्योंकि असामाजिक तत्व समाज में सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच हिंसाग्रस्त लोगों की मदद के लिए दो हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं।
गृह मंत्री ने की बैठक
गृह मंत्री ने दिल्ली में हिंसा से उपजे हालात का जायजा लेने के लिए गुरुवार को एक बैठक भी बुलाई, जिसमें गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, दिल्ली के पुलिस आयुक्त अमूलय पटनायक और विशेष आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) एसएन श्रीवास्तव भी मौजूद थे। बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया कि गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली वासियों से अपील की है कि वे किसी भी तरह के अफवाहों पर यकीन न करें, क्योंकि असमाजिक तत्व सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिशों में लगे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस बिना किसी भेदभाव के हर किसी को मदद व सुरक्षा मुहैया करा रही है। गृह मंत्रालय की ओर से इस बयान को उन सवालों के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है, जिसमें दिल्ली पुलिस के रवैये को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।
बताया, कब दी जाएगी 144 में छूट
गृह मंत्रालय की ओर से यह भी कहा गया कि हिंसा प्रभावित उत्तर-पूर्व जिले से पिछले 36 घंटों के दौरान हिंसा की कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई है। अब जमीनी हालात की समीक्षा करते हुए शुक्रवार को धारा 144 के तहत लगाए गए प्रतिबंधों में कुछ हद तक छूट दी जा सकती है। नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में भड़की हिंसा के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए गृह मंत्रालय की ओर से यह भी बताया गया कि पुलिस ने अब तक 48 एफआईआर दर्ज किए हैं, जबकि 514 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। आगे जांच के आधार और गिरफ्तारयां की जा सकती हैं।
Post A Comment: