देहरादून I देश-दुनिया में फैले कोरोना वायरस ने जहां हजारों लोगों की जिंदगी छीन ली और लाखों का जीवन दांव पर लगा हुआ है, वहीं लॉकडाउन के कई सकारात्मक परिणाम भी सामने आए हैं। लॉकडाउन का हिमालय के ग्लेशियरों के साथ ही भूस्खलन पर गहरा प्रभाव पड़ा है। जिसके अध्ययन को लेकर देहरादून स्थित वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के विशेषज्ञों ने तैयारी भी कर ली है।

संस्थान के वैज्ञानिकों की टीमें लॉकडाउन समाप्त होने का इंतजार कर रही हैं। लॉकडाउन समाप्त होते ही वैज्ञानिकों की टीमें गंगोत्री, यमुनोत्री समेत उच्च हिमालयी क्षेत्रों में अध्ययन के लिए जाएंगी। वाडिया इंस्टीट्यूट के निदेशक डॉ. कलाचंद साईं ने बताया कि लॉकडाउन का वातावरण पर काफी अच्छा प्रभाव पड़ा है।
मानवीय गतिविधियां बंद होने की वजह से वायुमंडल में कार्बन डाईऑक्साइड समेत हानिकारक गैसों की मात्रा में भारी कमी आई है। जिसका प्रभाव ग्लेशियरों के पिघलने से लेकर नदियों के जल की गुणवत्ता पर भी पड़ा है। ऐसे में इन तमाम पहलुओं के अध्ययन की जरूरत है।

निदेशक डॉ. साईं ने बताया कि वैज्ञानिकों की टीमें ग्लेशियर, भूस्खलन, नदियों के जल की गुणवत्ता का अध्ययन करेंगी। अध्ययन के बाद इसकी रिपोर्ट तैयार की जाएगी जिसे केंद्र सरकार को भी भेजा जाएगा। फिलहाल वैज्ञानिक अपने घरों में ही रहकर उपलब्ध डाटा का अध्ययन कर रहे हैं।


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