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सेना के बैंड भी
देशभर में कोरोना वायरस मरीजों का इलाज कर रहे सिविल अस्पतालों के बाहर ‘‘देशभक्ति की धुन” बजा रहे हैं।
पूर्वी नौसैन्य कमान और पश्चिमी नौसैन्य कमान शाम साढ़े सात बजे से मध्यरात्रि तक
एक बंदरगाह पर खड़े कई जहाजों को रोशन करेंगी।
नयी दिल्ली। कोरोना वायरस
वैश्विक महामारी के खिलाफ जंग लड़ रहे लाखों चिकित्सकों, पराचिकित्सकों, सफाईकर्मी और
अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे कर्मचारियों के प्रति आभार व्यक्त करने के
राष्ट्रव्यापी अभ्यास के तहत सैन्य विमानों के एक जत्थे ने रविवार को राष्ट्रीय
राजधानी के ऊपर भव्य फ्लाई पास्ट किया। सैन्य विमानों के इन जत्थों में शामिल
सुखोई-30 एमकेआई, मिग-29 और जैगुआर ने दिल्ली के केंद्र में स्थित मुख्य मार्ग, राजपथ के ऊपर उड़ान
भरी और फिर सुबह करीब 11 बजे से अगले 30
मिनट तक शहर के ऊपर चक्कर लगाया।
मुख्य परिवहन विमान सी-130 ने भी दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में अलग से
फ्लाई पास्ट किया। हवाई सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस विमान ने करीब 500 से 1,000 मीटर तक की ऊंचाई
पर ही उड़ान भरी।
#WATCH दिल्ली, भारतीय वायुसेना बहुत अच्छा काम कर रही है। हमारा जो सम्मान किया
गया है इसके हम आभारी हैं। ऐसा लग रहा है जैसे हम कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई को जीत
गए हों। ये हमारे हौंसले को बढ़ाएगा: नोडल ऑफीसर, LNJP अस्पताल
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल
बिपिन रावत ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि तीनों सेवाएं “कोरोना योद्धाओं” का धन्यवाद करने के
लिए कई गतिविधियों को अंजाम देंगी। अधिकारियों ने कहा कि धन्यवाद ज्ञापित करने की
गतिविधियां राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लागू कराने के लिए तैनात पुलिसकर्मियों को
सम्मानित करने के लिए दिल्ली में राष्ट्रीय पुलिस स्मारक में पुष्पांजलि अर्पित कर
शुरू की गईं। उन्होंने बताया कि दिल्ली के अलावा, भारतीय वायुसेना मुंबई, जयपुर, अहमदाबाद, गुवाहाटी, पटना, लखनऊ, श्रीनगर, चंडीगढ़, भोपाल, हैदराबाद, बेंगलुरु, कोयंबटूर और
तिरुवनंतपुरम समेत कई अन्य शहरों में भी फ्लाई पास्ट कर रही है।
भारतीय वायुसेना और भारतीय नौसेना के
हेलीकॉप्टर कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज कर रहे अस्पतालों के ऊपर भी उड़ान भर
रहे हैं और कोरोना योद्धाओं को श्रद्धांजलि देने के लिए फूलों की बरसात कर रहे
हैं। सेना के बैंड भी देशभर में कोरोना वायरस मरीजों का इलाज कर रहे सिविल
अस्पतालों के बाहर ‘‘देशभक्ति की धुन”
बजा रहे हैं। पूर्वी नौसैन्य कमान और
पश्चिमी नौसैन्य कमान शाम साढ़े सात बजे से मध्यरात्रि तक एक बंदरगाह पर खड़े कई
जहाजों को रोशन करेंगी।
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