कोलकाता । भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के भावी अध्यक्ष सौरव गांगुली ने बुधवार को कहा है कि वह पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के भविष्य को लेकर 24 अक्टूबर को चयनकर्ताओं से बात करेंगे. गांगुली के आधिकारिक तौर पर अध्यक्ष बनने के बाद 24 अक्टूबर को भारत और बांग्लादेश के बीच होने वाली टी-20 सीरीज के लिए टीम चुनी जाएगी. पहले यह चयन 21 अक्टूबर को होना था.

भारतीय टीम अपने घर में बांग्लादेश के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 सीरीज खेलेगी जो तीन नवंबर से शुरू होगी. इसके बाद दोनों टीमें दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेंगी.

विश्व कप के बाद से धोनी टीम के साथ नहीं हैं. गांगुली ने बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, 'मैं जब चयनकर्ताओं से 24 अक्टूबर को मिलूंगा तो मैं इस पर बात करूंगा कि वे लोग क्या सोच रहे हैं. इसके बाद मैं अपने विचार रखूंगा.'

गांगुली से जब पूछा गया कि क्या क्रिकेटर इतना लंबा ब्रेक ले सकता है, तो पूर्व कप्तान ने कहा, 'जब ऐसा हुआ तो मैं भूमिका में नहीं था. चयनकर्ताओं से मेरी पहली बैठक 24 अक्टूबर को होनी है.'

संन्यास के सवाल को लेकर गांगुली ने कहा कि वह धोनी से पूछना चाहते हैं कि धोनी क्या चाहते हैं.उन्होंने कहा, 'देखते हैं कि धोनी क्या चाहते है.' गांगुली 24 अक्टूबर को ही कप्तान विराट कोहली से मुलाकात करेंगे.

चयनकर्ता बार-बार अपना इरादा स्पष्ट करते रहे हैं...
भारत के विश्व कप से बाहर होने के बाद से धोनी ने ब्रेक लिया है और उनके बांग्लादेश के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 सीरीज में जगह बनाने की उम्मीद नहीं है, जिसका चयन 24 अक्टूबर को किया जाएगा. धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा नहीं की है, लेकिन चयनकर्ता बार-बार अपना इरादा स्पष्ट करते रहे हैं कि अगले साल के विश्व टी-20 को ध्यान में रखते हुए वे आगे बढ़ना चाहते हैं.
पूर्व भारतीय कप्तान गांगुली ने कहा कि 23 अक्टूबर को एजीएम में प्रभार संभालने के बाद वह चयनकर्ताओं और कप्तान से बात करेंगे. पहले चयन समिति की बैठक 21 अक्टूबर को होनी थी, लेकिन अब यह 24 अक्टूबर को होगी. इसके साथ ही देवधर ट्रॉफी के लिए भारत ए, बी और सी टीमों का चयन भी किया जाएगा.

रवि शास्त्री की नियुक्ति पर चर्चा की जाएगी..?

गांगुली से पूछा गया कि कपिल देव की अध्यक्षता वाले पैनल की वैधता पर सवाल उठाए जाने के बाद क्या रवि शास्त्री की नियुक्ति पर चर्चा की जाएगी, तो उन्होंने इससे इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि इससे रवि शास्त्री के चयन पर असर पड़ेगा. हालांकि मैं किसी चीज को लेकर तय नहीं हूं. हमने तब भी कोच का चयन किया, जबकि हितों के टकराव का मुद्दा था.’

गांगुली ने साथ ही कहा कि (पांच साल के नियम के अनुसार) देवांग गांधी और जतिन परांजपे चयनकर्ता के रूप में अपने पद पर बरकरार रहने के पात्र हैं. उन्होंने कहा, ‘देवांग और जतिन अपने पद पर बरकरार रहने के पात्र हैं. हालांकि कुछ बदलाव होंगे. हमें देखना होगा कि किसके कार्यकाल का कितना समय बचा है.’

'...लेकिन एमसीसी बोर्ड के सदस्य बने रहेंगे'

गांगुली ने कहा कि वह पहले ही दिल्ली कैपिटल्स से इस्तीफा दे चुके हैं लेकिन एमसीसी बोर्ड के सदस्य बने रहेंगे. आईसीसी में बीसीसीआई के प्रतिनिधित्व पर गांगुली ने कहा कि इसका फैसला शीर्ष परिषद करेगी.

गांगुली ने बताया कि शिखर धवन, ऋषभ पंत, अजिंक्य रहाणे, जसप्रीत बुमराह, जहीर खान, वीरेंद्र सहवाग और हरभजन सिंह के अलावा अर्जुन रणतुंगा, सनथ जयसूर्या और नासिर हुसैन जैसे पूर्व और मौजूदा खिलाड़ियों ने उन्हें बधाई दी है.
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