इंदौर । भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने खुलासा किया कि इंदौर में बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट के पहले दिन टी ब्रेक के दौरान उनके दिमाग में हैट्रिक का विचार चल रहा था. शमी के पास हरभजन सिंह और इरफान पठान के बाद टेस्ट में हैट्रिक लेने वाला तीसरा भारतीय बनने का मौका था. लेकिन इस लिस्ट में वो अपना नाम दर्ज नहीं करा सके. शमी हैट्रिक पर थे जब उन्होंने फाइनल ब्रेक से ठीक पहले मुशफिकुर रहीम और मेहदी हसन मिराज के विकेट लिए.
लेकिन वह लगातार तीन गेंदों में तीन विकेट लेने में नाकाम रहे और 13 ओवर में 27 रन देकर 3 विकेट लिए. भारत ने पहले फील्डिंग करते हुए बांग्लादेश को 150 रन पर आउट कर दिया. भारत ने इसके जवाब में दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी पहली पारी में एक विकेट पर 86 रन बना लिए हैं. भारत अभी बांग्लादेश के स्कोर से 64 रन पीछे हैं जबकि उसके नौ विकेट बचे हैं. स्टंप्स के समय मयंक अग्रवाल 37 और चेतेश्वर पुजारा 43 रन बनाकर नाबाद लौटे. मयंक 81 गेंदों पर छह चौके और पुजारा 61 गेंदों पर सात चौके लगा चुके हैं.
दिन के खेल के बाद शमी ने उन योजनाओं का खुलासा किया जो उन्होंने अपनाई थीं और यह भी कहा था कि वह हैट्रिक के बारे में सोच रहे थे. उन्होंने कहा, "मैं एक बदलाव की गेंदबाजी करने आया था, इसलिए मुझे कंडीशन और सिचुएशन के बारे में सोचना पड़ा. मैं पिछले दो सालों से क्रीज की विड्थ का उपयोग कर रहा हूं."
शमी के अलावा ईशांत शर्मा, उमेश यादव और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने दो-दो विकेट लिए. दो साल में यह पहली बार है जब भारतीय पेसर्स ने घर में हुए टेस्ट इनिंग में 7 विकेट या उससे अधिक हासिल किए.
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