नई दिल्ली: अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रियों से इस मसले पर अनावश्यक बयान देने से बचने को कहा है। PTI के अनुसार, पीएम मोदी ने बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में ये सलाह दी। पीएम ने अपने मंत्रियों से कहा कि अयोध्या पर फैसला आने की उम्मीद है और ऐसे में देश में सौहार्द का माहौल कायम रखना हमारा कर्तव्य है। अयोध्या मसले पर जल्द ही सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने की उम्मीद है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर प्रशासन द्वारा सभी एहतियात बरती जा रही हैं। अयोध्या मामले में संभावित फैसले से पहले गोरखपुर में पुलिस द्वारा फ्लैग मार्च किया गया। अयोध्या में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और वरिष्ठ जिला प्रशासन के अधिकारियों ने भी बैठक की। अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त कर दी गई है। 
अयोध्या मामले पर अयोध्या एसएसपी आशीष तिवारी ने कहा, 'विस्तृत तैनाती, खुफिया नेटवर्क और विश्वास निर्माण के उपाय कर रहे हैं। हमने 1,600 गांवों में 16,000 स्वयंसेवकों को जोड़ने के लिए मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च किया है, प्रत्येक में 10 स्वयंसेवक हैं। हमने सोशल मीडिया पर अफवाहों का खंडन भी किया है।'
गौरतलब है कि चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि सुप्रीम कोर्ट अयोध्या मामले में इससे पहले अपना फैसला सुना सकती है। 16 अक्टूबर को इस मामले की सुनवाई पूरी हो गई। इस मामले में 40 दिनों तक सुनवाई चली। अगस्त 2019 में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली 5-जजों की संविधान पीठ ने मामले पर अंतिम सुनवाई शुरू की। इस दिन से प्रतिदिन सुनवाई शुरू हुई।

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