नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की सियासत में आजम खान की कभी तूती बोलती थी। कहा जाता है कि उनके गृहजनपद रामपुर में वो जो चाहते थे वही होता था। लेकिन अब सिक्के का दूसरा पहलू ये है कि उनके पीछे प्रशासन पड़ा हुआ है।जमीन पर अवैध कब्जे से लेकर बकरी चोरी का इल्जाम उन पर लग चुका है। आज की तारीख में आजम खान के ऊपर 86 मामले दर्ज हैं। ज्यादातर मामलों में उनके आशियाने पर नोटिस चस्पा की गई। ये बात अलग है कि उनके समर्थकों ने नोटिस को फाड़ दिया। आजम खान के समर्थन में पूरी समाजवादी पार्टी उतर चुकी है। मुलायम सिंह ने तो यहां तक कहा कि भीख मांगकर आजम खान ने जौहर विश्विविद्यालय बनवाया ऐसे में उन पर ओछे आरोप लगाए जा रहे हैं। 


अब आजम खान के समर्थन में राम गोपाल यादव भी उतरे। उन्होंने कहा कि जिस तरह से रामपुर के डीएम और एसपी काम कर रहे हैं उन्हें हटाने की जरूरत है। इस सिलसिले में चुनाव आयोग से उन्होंने दरख्वास्त भी की। इस तरह की कार्रवाई भारत में कभी नहीं हुई। यहां तक कि डकैतों या वीरप्पन के खिलाफ हुई थी। 



रामगोपाल यादव कहते हैं कि आजम खान पर 86 मामले दर्ज किए गए हैं,जबकि उनके खिलाफ एक भी केस नहीं दर्ज किया गया था। वो अपराधी नहीं हैं, अगर रामपुर के मौजूदा डीएम और एसपी अपने पदों पर कायम रहेंगे तो रामपुर में निष्पक्ष चुनाव नहीं होगा। हमारे समर्थकों को वोट देने से वंचित कर दिया जाएगा। 
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