नई दिल्ली: हाल के दिनों में जितना ज्यादा चर्चा में चंद्रयान-2 रहा, उतनी ही चर्चा में छाए रहे इसरों चीफ के. सिवन। चंद्रयान मिशन से निर्धारित लक्ष्य हासिल ना होने पर पूरे देश ने उनके चेहरे पर निराशा देखी। ऐसे समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें प्रोत्साहित किया, जब वो भावुक हो गए तो उन्हें गले भी लगाया और कहा कि वो और पूरा देश उनके साथ है। अब उनको लेकर खबर आई है कि उनके नाम से सोशल मीडिया पर कई अकाउंट चल रहे हैं, जो कि फेक हैं।
इसरो ने सोमवार को ट्वीट कर कहा कि के सिवन का किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कोई भी पर्सनल अकाउंट नहीं है। इसरो ने बयान में कहा, 'यह नोट किया गया है कि कैलासवादिवु सिवन (के. सिवन की तस्वीरों के साथ) सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय हैं। यह स्पष्ट करना है कि इसरो के अध्यक्ष के. सिवन का किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कोई पर्सनल अकाउंट नहीं है। इसलिए ऐसे सभी खातों की सारी जानकारी प्रामाणिक नहीं है।'
उनके फर्जी ट्विटर हैंडल से चंद्रयान-2 मिशन को लेकर कई ट्वीट्स भी किए गए। इसरो के फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर आधिकारिक अकाउंट हैं। अंतरिक्ष एजेंसी ने लोगों से प्रामाणिक होने का दावा करने वाले किसी अन्य एकाउंट को फॉलो नहीं करने का आग्रह किया है। एजेंसी ने ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब पर अपने आधिकारिक सोशल प्लेटफॉर्म्स के लिंक प्रदान किए हैं।
इसरो के वेरिफाइड ट्विटर के 2.8 मिलियन फॉलोअर्स हैं, फेसबुक पेज भी वेरिफाइड है, जिसके 2.4 मिलियन फॉलोअर्स है, जबकि YouTube अकाउंट अभी वेरिफाइड नहीं है, लेकिन इस समय इसके 3,34,767 सब्सक्राइब हैं।
तमिलनाडु के सिवन अंतरिक्ष वैज्ञानिक हैं और ए.एस. किरन कुमार की जगह इसरो के 9वें अध्यक्ष बने।
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