नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. सर्द और हड्डियों को जमा देने वाली हवा की वजह से लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. दिल्ली में ठंड ने 118 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. शनिवार सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर दिल्ली में न्यूनतम तापमान  2.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. शुक्रवार को यहां 4.2 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ था. दिल्ली में सर्दी का आलम यह है कि खुद को गर्म रखने के लिए लोगों को लगातार आग का सहारा लेना पड़ रहा है. इंसान के साथ-साथ जानवर भी मौसम की मार झेलने को मजबूर हैं.

मौसम विभाग के अनुसार, इससे पहले वर्ष 1901 में इतनी ठंड पड़ी थी. बताया जा रहा है कि 118 साल में ये दूसरा दिसंबर का महीना है जब दिल्ली में इतनी जबरदस्त ठंड पड़ रही है. विभाग के मुताबिक हालात में फिलहाल कोई सुधार नहीं होने वाला है, क्योंकि नए साल के मौके पर यानी 31 दिसंबर से दो जनवरी के बीच दिल्ली में बारिश की संभावना है.

बताया जा रहा है कि अभी ठंड से राहत मिलने के आसार नहीं हैं. हिमालय क्षेत्र में लगातार हो रही बर्फबारी और तेज हवाओं के चलते मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ सकती है. ठंड बढ़ने के साथ ही दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर भी तेजी से बढ़ा है. शुक्रवार को दिल्ली के इंडिया गेट के आसपास के क्षेत्र में एयर क्वालिटी इंडेक्स 367 दर्ज किया है. जो अत्यंत खराब श्रेणी है.

तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया
वहीं गुरुवार को राजधानी में अधिकतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. बता दें कि दिल्ली में पिछले 13 दिनों से लगातार तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है. इससे पहले वर्ष 1997 में ऐसा हुआ था जब 17 दिन तक लगातार तापमान में इतनी गिरावट आई थी. भारतीय मौसम विभाग (IMD) के एक अधिकारी ने बताया कि दिसंबर में औसत अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम वर्ष 1919, 1929, 1961 और 1997 में रहा है. इस साल दिसंबर में औसत अधिकतम तापमान अब तक 19.85 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और यह 31 तारीख तक 19.15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है. यदि ऐसा होता है तो वर्ष 1901 के बाद यह दूसरा सबसे सर्द दिसंबर होगा. दिसंबर 1997 में औसत अधिकतम तापमान 17.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.

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