देहरादून I राजधानी देहरादून में शनिवार की रात सबसे सर्द रात साबित हुई। रात का न्यूनतम तापमान 6.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया जो कि इस सीजन में पहली बार हुआ। मौसम विभाग ने आने वाले समय में और सर्द रातें रहने का अनुमान जताया है। मौसम विभाग ने सोमवार को हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में घने कोहरे का रेड अलर्ट जारी किया है। अन्य मैदानी इलाकों में भी हल्का कोहरा आ सकता है। 
प्रदेशभर में सोमवार से शीतलहर का प्रकोप बना रहेगा। हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में सोमवार, मंगलवार को भारी कोहरा आ सकता है। राजधानी में भी सोमवार को सुबह कोहरा छाने का अनुमान है। पहाड़ों में पाला पड़ने से मुसीबतें बरकरार रहेंगी। हालांकि कहीं भी फिलहाल बारिश या बर्फबारी के आसार नहीं हैं।

बर्फबारी के बाद से लगातार देहरादून में रात का तापमान सात से दस डिग्री के बीच रिकॉर्ड किया जा रहा है। शनिवार की देर रात से रविवार की सुबह तक तापमान में पहली बार बड़ी गिरावट आई। मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक, आने वाले दिनों में यह गिरावट और बढ़ सकती है। मुक्तेश्वर में रविवार को न्यूनतम तापमान 1.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। 

25 के बाद दून में पारा जा सकता है पांच डिग्री से नीचे

25 दिसंबर से लेकर 28 दिसंबर के बीच देहरादून जिले में रात का न्यूनतम तापमान पांच डिग्री या इससे नीचे जा सकता है। हालांकि इस बीच दिन में धूप खिली रहेगी। कोहरे से कुछ राहत मिलेगी। रविवार को भी धूप निकलने से मौसम में गरमाहट रही। 

बीते सप्ताह में न्यूनतम तापमान पर एक नजर
15 दिसंबर : 9.8
16 दिसंबर : 6.8
17 दिसंबर : 8.4
18 दिसंबर : 7.0
19 दिसंबर : 8.0
20 दिसंबर : 9.0
21 दिसंबर : 7.0
22 दिसंबर : 6.6

केदारनाथ में जमीं हुई छह फीट से अधिक बर्फ

केदारनाथ में बर्फबारी से बनी स्थिति का जायजा लेने के लिए वुड स्टोन ने चार सदस्यीय टीम को सोनप्रयाग से धाम भेजा गया। धाम में अब भी कंपनी के 10 लोग मौजूद हैं। यहां छह फीट से अधिक बर्फ से केदारपुरी में बिजली, पानी और संचार सेवा बाधित है। पुनर्निर्माण कार्य भी ठप पड़े हुए हैं।

12/13 दिसंबर को हुई भारी बर्फबारी के बाद से केदारनाथ का जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग से संपर्क कटा हुआ है। पैदल मार्ग से धाम तक बिजली लाइन को व्यापक क्षति पहुंची है। मोबाइल व डीएसपीटी सेवा ठप पड़ी है। आदिगुरू शंकराचार्य के समाधि स्थल के पुनर्निर्माण व तीर्थ पुरोहितों के भवन बना रही वुड स्टोन के टीम लीडर मनोज सेमवाल ने बताया कि बर्फबारी के चलते 42 मजदूर पहले ही वापस आ गए थे।

अब, वहां सिर्फ 10 ही मजदूर वहां मौजूद हैं। रविवार को चार सदस्यीय टीम को सोनप्रयाग से केदारनाथ भेजा गया है। टीम के लौटने पर धाम की वास्तविक स्थिति का पता लग सकेगा। इसके बाद ही आगामी रणनीति बनाई जाएगी।

दिनभर मौसम रहा सुहावना 
केदारनाथ व जनपद में मौसम दिनभर सुहावना रहा। इस दौरान धूप खिली रही। धाम समेत द्वितीय केदार मद्महेश्वर, तृतीय केदार तुंगनाथ, चोपता, दुगलबिट्टा, कालशिला, चिरबटिया अब भी बर्फ से ढके हुए हैं। 
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