देहरादून I देहरादून में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पैसा लेकर मकान न बनाने वाले 40 लाभार्थियों से वसूली की जाएगी। जबकि 60 लोग चिह्नित किए जा रहे हैं। इसके अलावा ऐसे लोगों की भी जांच की जा रही है जिन्होंने खुद को फर्जी तरीके से पात्र दर्शाया था। 
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जिले में 2,540 लाभार्थियों को मकान बनाने के लिए चुना गया था। पैसा जारी करने के बाद ग्राम्य विकास अभिकरण को स्थलीय निरीक्षण की जिम्मेदारी सौंपी गई।

जिले के कई गांवों में ऐसे लाभार्थी भी मिले, जिन्होंने शुरूआत की किश्त तो ली लेकिन मकान का निर्माण शुरू नहीं कराया। कई भूमिहीन लोगों को जब दूसरी जगह जमीन दिलाई गई तो वे अपने-अपने स्थान से जाने को तैयार नहीं हुए।

लिहाजा, जांच के बाद उन्हें पात्रता से बाहर कर दिया गया। अभिकरण ने जिले में ऐसे 100 से अधिक लाभार्थियों को चिह्नित भी किया था। अभिकरण से मिली जानकारी के अनुसार ऐसे लगभग 40 लोगों से वसूली प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा कई अन्य लोगों की भी जांच की जा रही है। 

कितना मिलता है पैसा

इस योजना के तहत 1.30 लाख रुपये नगद दिए जाते हैं। जबकि, मनरेगा के 90 कार्यदिवस की मजदूरी दी जाती है। इसके अलावा 12 हजार रुपये शौचालय बनाने को दिए जाते हैं। जानकारी के अनुसार कई ऐसे लोग भी इनमें शामिल थे, जिनके पास भूमि नहीं थी। लिहाजा, उन्हें भूमि भी उपलब्ध कराई गई थी। 
तीन किश्तों में मिलता है पैसा 
पहली किश्त : 60 हजार रुपये नींव और दीवारों के लिए। 
दूसरी किश्त : 40 हजार रुपये छत डालने के लिए।
तीसरी किश्त : 30 हजार रुपये दरवाजे खिड़की आदि के लिए।
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