कोलकाता I आज से पश्चिम बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर जा रहे पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा के लिए प्रदेश में पुख्ता बंदोबस्त किए जा रहे हैं। इस दौरे से पहले ही मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) और कांग्रेस ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) के मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी को काले झंडे दिखाने का ऐलान किया है। ऐसे में विरोध प्रदर्शनों को रोकने और पीएम की सुरक्षा के लिए केंद्र और राज्य की सुरक्षा एजेंसियां फुल प्रूफ प्लान तैयार करने में जुटी हुई हैं।
पश्चिम बंगाल प्रशासन ने शनिवार शाम से शुरू हो रही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो दिवसीय कोलकाता यात्रा के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था की योजना बनाई है। इंटेलिजेंस की ओर से राज्य सरकार को जो रिपोर्ट दी गई है उसमें कम से कम तीन संगठनों के हवाई अड्डे और सड़कों पर इकट्ठा होने और प्रधानमंत्री को काला झंडा दिखाने की योजना की जानकारी दी गई है। ऐसे में हवाई अड्डे से शहर तक पहुंचने के लिए प्रधानमंत्री के काफिले के इस्तेमाल में आने वाले मार्ग को सुरक्षा के लिहाज से पुख्ता बनाने की योजना बनाई गई है।
एयरपोर्ट से लेकर शहर तक सख्त सुरक्षा
राज्य पुलिस ने प्रदेश में पीएम के दौरे को लेकर अभेद्य सुरक्षा करने और प्रदर्शनकारियों पर लगाम लगाने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की है। कोलकाता पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि शनिवार को हवाई अड्डे से शहर में आने वाली सड़कों के दोनों किनारे बैरीकेड लगे होंगे। प्रदर्शनकारियों द्वारा रास्ता रोकने या काला झंडा दिखाने के खतरे को रोकने के लिए इन सडक़ों पर अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के यात्रा कार्यक्रम और सुरक्षा में आखिरी क्षण में कोई भी बदलाव एसपीजी के अधीन होगा। उन्होंने कहा कि उनकी यात्रा योजना में किसी भी बदलाव को समायोजित करने के लिए हवाई अड्डे पर एक हेलिकॉप्टर तैयार स्थिति में रखा जाएगा।
बेलूर मठ जाएंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहर में अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान शनिवार को हावड़ा स्थित रामकृष्ण मिशन के मुख्यालय बेलूर मठ जाएंगे। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मोदी यहां दो अन्य कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद देर शाम बेलूर मठ जाएंगे। अन्य कार्यक्रमों के अलावा मोदी 12 जनवरी को कोलकाता पत्तन न्यास की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेंगे। 60 के दशक के मध्य में मोदी किशोरावस्था में विवेकानंद की शिक्षा से प्रभावित होकर मिशन के राजकोट स्थित आश्रम में शामिल होने गए थे। उन दिनों स्वामी आत्मास्थानंद ने उन्हें सलाह दी थी कि उनका जीवन संन्यास के लिए नहीं है बल्कि उन्हें लोगों के बीच काम करना चाहिए। आत्मास्थानंद का 2017 में निधन हो गया था। तब मोदी ने उसे व्यक्तिगत क्षति बताया था।
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