नई दिल्ली I आतंकवादियों के साथ मिलकर देश से गद्दारी करने के आरोपी जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी देविंदर सिंह के मुद्दे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर सवाल उठाया है। मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की मांग करते हुए गांधी ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार देविंदर सिंह के मामले पर चुप क्यों हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने यह भी सवाल किया कि पुलवामा हमले में देविंदर सिंह की क्या भूमिका थी।
राहुल ने मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की मांग की
राहुल गांधी ने देविंदर सिंह मामले को लेकर कुछ सवालों के एक टेंपलेट को ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, 'डीएसपी देविंदर सिंह ने 3 ऐसे आतंकियों को अपने घर में पनाह दी, जिनके हाथ भारतीयों के खून से लाल थे। उसे उस वक्त पकड़ा गया जब वह आतंकियों को दिल्ली ले जा रहा था। उसके खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाना चाहिए, 6 महीने में फैसला आना चाहिए। अगर वह दोषी पाया जाता है तो भारत के खिलाफ विद्रोह के लिए कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए।'
पीएम, गृह मंत्री डीएसपी पर चुप क्यों: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने ट्वीट के साथ एक टेंपलेट भी ट्वीट किया है, जिस पर देविंदर सिंह मामले को लेकर 4 सवाल दागे गए हैं।
1- पीएम, गृह मंत्री और एनएसए देविंदर सिंह पर चुप क्यों हैं?
2- पुलवामा अटैक में देविंदर सिंह की क्या भूमिका थी?
3- ऐसे और कितने आतंकवादी हैं जिनकी मदद की गई?
4- उसको कौन बचा रहा था और क्यों?
प्रियंका गांधी वाड्रा ने की गहराई से जांच की मांग
राहुल गांधी के सवाल दागने के बाद कांग्रेस के बाकी नेता भी मोदी सरकार पर हमलावर हो गए। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी ट्वीट किया, 'जम्मू-कश्मीर में डीएसपी देविंदर सिंह की गिरफ्तारी से भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर परेशान करने वाले गंभीर सवाल खड़े हुए हैं। ऐसा लगता है कि उसे न सिर्फ बचता रहा बल्कि उसे जम्मू-कश्मीर में विदेशी राजनयिकों की सुरक्षा जैसी बेहद संवेदनशील जिम्मेदारियां भी दी गईं। मौजूदा परिस्थितियों में वह किसके आदेशों पर काम करता था? उसकी पूरी जांच होनी चाहिए। आतंकवादियों को भारत पर हमले की योजना में मदद देना देशद्रोह है।'
थरूर ने भी दागे सवाल
राहुल गांधी की तरह ही कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी डीएसपी देविंदर सिंह को लेकर मोदी सरकार पर सवाल दागे हैं। उन्होंने ट्वीट किया, 'क्या देविंदर सिंह अकेल काम कर रहा था और भी उसके साथ थे? उसे किसका समर्थन हासिल था? जम्मू-कश्मीर में इतने संवेदनशील जगह पर उसकी पोस्टिंग थी। उसे क्यों प्रमोट किया गया, सम्मानित किया गया और इतने समय तक बचाया जाता रहा? क्या वह संसद हमले (2001) और पुलवामा (2019) हमले में शामिल था? प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और एनएसए खामोश क्यों हैं?'
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