नई दिल्ली I अमेरिका से तनावपूर्ण संघर्ष के बीच ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ का आज से तीन दिवसीय भारत दौरा शुरू हो रहा है. जवाद जरीफ यहां रायसीना डायलॉग कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंच रहे हैं, जिसका आगाज 14 जनवरी से दिल्ली में हो रहा है. इस कार्यक्रम में विदेश नीति पर चर्चा होनी है, जिसमें दुनियाभर की 700 से ज्यादा हस्तियां हिस्सा ले रही हैं.

जवाद जरीफ का यह भारत दौरा ऐसे वक्त में हो रहा है, जब ईरान और अमेरिका आमने-सामने हैं और युद्ध के मुहाने पर खड़े हैं और इन दोनों ही देशों के भारत से अच्छे कूटनीतिक संबंध हैं. ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी की यूएस एयरस्ट्राइक में मौत के बाद दोनों मुल्कों के बीच तनाव चल रहा है और भारत में ईरानी राजदूत इस टेंशन को खत्म कराने में भारत को महत्वपूर्ण बता चुके हैं. ऐसे में क्या जवाद जरीफ अमेरिका से जारी तनाव पर क्या कोई बात उठाते हैं, इस पर भी सबकी नजर रहेगी.

क्या है रायसीना डायलॉग?
रायसीना डायलॉग एक वैश्विक कार्यक्रम है, जिसका 5वां संस्करण 14 जनवरी से दिल्ली में शुरू हो रहा है. इस कार्यक्रम में भू-राजनीति और भू-आर्थिकी पर चर्चा होनी है. यह कार्यक्रम विदेश मंत्रालय और ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन संयुक्त रूप से आयोजित कर रहा है. इस साल हो रहे रायसीना डायलॉग में 100 देशों के 700 से ज्यादा विदेशी मेहमान शिरकत करेंगे.

रायसीना डायलॉग में 12 देशों के विदेश मंत्री भी शिरकत करेंगे. इनमें रूस, ईरान, ऑस्ट्रेलिया, मालदीव, साउथ अफ्रीका, एस्टोनिया, चेक रिपब्लिक, डेनमार्क, हंगरी, लात्विया, उजबेकिस्तान शामिल हैं. यूरोपियन यूनियन के प्रतिनिधि भी इस डायलॉग में हिस्सा ले रहे हैं. खास बात ये है कि इस बार कार्यक्रम के वक्ताओं में 40 फीसदी महिलाएं होंगी.

पीएम मोदी का संबोधन
कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण से होगी. कार्यक्रम में ग्लोबलाइजेशन, एजेंडा 2030, टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल, क्लाइमेट चेंज और काउंटर टेररिज्म पर चर्चा होगी.
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