मथुराः योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से संविधान के आर्टिकल 370 के अधिकतर प्रावधान हटाने और केंद्र शासित प्रदेश बनाने का ऐतिहासिक फैसला केंद्र सरकार का साहसिक कदम है. उन्होंने कहा कि अब सरकार को यह सोचना चाहिए कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का भारत में विलय कैसे हो. उन्होंने कहा कि देश की आर्थिक, सामाजिक एवं शैक्षणिक क्षेत्रों में प्रगति हो ताकि भारत की अर्थव्यवस्था अमेरिका, चीन और जापान जैसे देशों से बेहतर हो सके .
रामदेव ने दावा किया कि अयोध्या में राम मंदिर बनकर रहेगा और इस मामले में बस उच्चतम न्यायालय के फैसले का इंतजार है. योगगुरु बुधवार की शाम वृन्दावन के वात्सल्य ग्राम पहुंचे.
रामदेव ने साध्वी ऋतम्भरा से मुलाकात की. इसके पहले रमणरेती स्थित कार्षिणी उदासीन आश्रम में आयोजित कई समुदायों के संत, महात्मा और सिख गुरुओं के समागम में हिस्सा लिया.
समागम को संबोधित करते हुए रामदेव ने कहा, ''वेदवाणी और गुरुवाणी में कोई भेद नहीं है. हम आज भी जात-पात के पथ पर भेदभाव करते हैं, लेकिन गुरु के दरबार में ऐसा नहीं है.''
उन्होंने कहा कि गुरु नानक जितने सिखों के हैं, उतने ही वैष्णवों व अन्य समुदाय के हैं. इस समागम में पंजाब से आए संत हरनाम ने कहा कि गुरुवाणी में ऋषि मुनियों की परंपरा समाहित है और यह समाज का मार्गदर्शन करता है.
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