नई दिल्ली। गढ़वाल मंडल के 52 सरकारी कॉलेजों में सेमेस्टर सिस्टम खत्म हो गया है। हालांकि विवि के कैंपस और निजी कॉलेजों में सेमेस्टर सिस्टम लागू रहेगा। मंगलवार को श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद की बैठक में इस पर मुहर लग गई। अब सरकारी कॉलेजों में जून 2020 में ग्रेजुएशन में वार्षिक परीक्षाएं होंगी।
मंगलवार को श्रीदेव सुमन विवि के कुलपति डॉ. पीपी ध्यानी की अध्यक्षता में अकादमिक परिषद की बैठक देहरादून में हुई। बैठक में शासन की ओर से सेमेस्टर सिस्टम खत्म करने वाले पत्र पर चर्चा की गई।

बैठक में यह मुद्दा उठा कि चूंकि कुमाऊं विवि पहले ही यूजी सेमेस्टर सिस्टम खत्म कर चुका है। ऐसे में प्रदेश में दो सरकारी विश्वविद्यालयों में दो तरह की परीक्षा प्रणाली नहीं चल सकती है। लिहाजा, यह तय किया गया कि श्रीदेव सुमन विवि में भी इसी साल ग्रेजुएशन में दाखिला लेने वाले छात्रों का सेमेस्टर सिस्टम खत्म किया जा रहा है। श्रीदेव सुमन विवि के गोपेश्वर, ऋषिकेश परिसर और निजी कॉलेजों में सेमेस्टर सिस्टम लागू रहेगा।

बाकी सभी 52 सरकारी कॉलेजों में सेमेस्टर सिस्टम के बजाय इसी सत्र से वार्षिक परीक्षाएं कराई जाएंगी। चूंकि यह निर्णय उस वक्त लिया गया जब दिसंबर में पहले सेमेस्टर की परीक्षाएं होनी थी, लिहाजा यह भी तय किया गया है कि इस बार वार्षिक परीक्षाएं जून 2020 में होगी।

शासन ने केवल सरकारी कॉलेजों के लिए पत्र भेजा

इसके बाद से इनका समय सुधार लिया जाएगा। एक विवि में दो तरह की परीक्षा प्रणाली से जुड़े फैसले पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सरकारी कॉलेजों में वार्षिक परीक्षाएं और निजी कॉलेजों में सेमेस्टर सिस्टम के इस सवाल पर श्रीदेव सुमन विवि के कुलपति प्रो. पीपी ध्यानी का कहना है कि चूंकि शासन ने केवल शासकीय संस्थानों के लिए ही पत्र भेजा था। इसलिए केवल सरकारी कॉलेजों में ही सेमेस्टर सिस्टम खत्म किया गया है। निजी कॉलेजों में सेमेस्टर सिस्टम लागू रहेगा।

अकादमिक परिषद की बैठक में विवि के ऋषिकेश परिसर के निदेशक प्रो. एनपी माहेश्वरी, राजकीय महाविद्यालय बड़कोट के प्राचार्य प्रो. एके तिवारी, राजकीय महाविद्यालय उत्तरकाशी के डॉ. डीएस मेहरा, विवि के परीक्षा नियंत्रक डॉ. आरएस चौहान, उच्च शिक्षा के पूर्व निदेशक डॉ. बीएस बिष्ट, राजकीय महाविद्यालय टिहरी के प्राचार्य प्रो. अशोक कुमार, राजकीय महाविद्यालय कमांद की प्राचार्य प्रो. पुष्पा नेगी, विवि के ऋषिकेश परिसर से डॉ. डीसी बेंजवाल, कुलसचिव सुधीर बुडाकोटि भी मौजूद रहे।
Share To:

Post A Comment: