नई दिल्लीः नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच NPR यानी नेशनल पापुलेशन रजिस्टर को लेकर भी विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर हो गया है. जहां कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि NPR आम जनता पर टैक्स है और एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी भी कल कह चुके हैं कि NPR, एनआरसी का पहला स्टेप है. वहीं केंद्र सरकार लगातार कह रही है कि सीएए से किसी की भी नागरिकता नहीं जाएगी.
इसी मुद्दे पर शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश में एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी को चुनौती देते हुए कहा कि वो साबित करके दिखाएं कि किसी की भी नागरिकता कैसे जाएगी. उन्होंने राहुल गांधी को इस मुद्दे पर बहस करने की चुनौती देते हुए कहा कि कांग्रेस एंड कंपनी अफवाह फैला रही है कि CAA से अल्पसंख्यकों की नागरिकता जाने वाली है. मैं राहुल बाबा को चैलेंज देता हूं कि इस एक्ट में एक भी जगह किसी की भी नागरिकता लेने का प्रावधान है, तो दिखाइए. अमित शाह ने ये भी कहा कि कहा कांग्रेस राज में आलिया, मालिया, जमालिया किसी को भी घुसा देते थे.
दरअसल हिमाचल प्रदेश सरकार ने अपने कार्यकाल के दो वर्ष पूरे कर लिए हैं जिसको लेकर शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर जश्न मनाया गया. जश्न में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष सहित प्रदेश के सभी नेता पहुंचे. शिमला के रिज मैदान में जयराम ठाकुर सरकार के दो साल के जश्न के बाद केंद्रीय गृह मंत्री सहित पूरी सरकार राज्य अतिथि गृह पीटरहॉफ में पहुंची जहां इंवेस्टरमीट को लेकर ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह आयोजित किया.
हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर की भी तारीफ की
गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर की भी इस मौके पर तारीफ करते हुए कहा कि सोचा नहीं था कि दो महीने में 13600 करोड़ धरातल पर आ भी जाएंगे. ये हिमाचल के विकास के लिए सोचा समझा प्रयास है. भारत सरकार का विशेष ध्यान हिमालयन राज्यों पर है जिसमें हिमाचल सबसे ऊपर है. हिमाचल जैसे छोटे राज्य में 69 एनएच, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे केन्द्र सरकार दे रही है. हिमाचल में युवाओं को नौकरी मिले इसकी पूरी कोशिश की जा रही है. निवेशकों को लाने के लिए जो प्रयास हिमाचल सरकार ने किए है उसमें केन्द्र का पूरा सहयोग रहेगा. विश्व मे सबसे कम कॉर्पोरेट टैक्स सिर्फ भारत मे हैं, ये निवेशकों की बैलेंस शीट को ताकत देता है. आज भारत विश्व इकोनॉमी में 11 से 7 पायदान पर पहुंच गया है. अगले पांच साल में भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनकर विश्व में तीसरे नंबर पर होगा. विद्युत क्षेत्र में भारत विश्व के सबसे बड़ी शक्ति के रूप में उभर रहा है हिमाचल इसमे बेहतर काम कर सकता है. भारत ने पीएम मोदी के नेतृत्व में हर क्षेत्र में आगे कदम बढ़ाया है.
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