चेन्नई: भारत और वेस्टइंडीज के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का आगाज रविवार को चेन्नई के चेपक स्टेडियम में होने जा रहा है। तीन मैचों की टी-20 सीरीज पर 2-1 से कब्जा करने के बाद भारतीय टीम का आत्म विश्वास बढ़ा हुआ है। ऐसे में विराट कोहली की कप्तानी में वो घरेलू सरजमीं पर एक बार फिर कैरेबियाई टीम पटखनी देने को तैयार है। वेस्टइंडीज की टीम ने हाल ही में अफगानिस्तान को वनडे सीरीज में 3-0 के अंतर से मात दी थी। ऐसे में पोलार्ड कप्तानी वाली कैरेबियाई टीम भारतीय परिस्थितियों में अच्छी तरह ढल गई है। उनके बल्लेबाज रन भी बना रहे हैं। भले ही विराट सेना का पलड़ा भारी नजर आ रहा है बावजूद इसके टी-20 की तरह वनडे सीरीज में भी दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है। 
टीम इंडिया की नजरें जहां कैरेबियाई टीम के खिलाफ लगातार दसवीं द्विपक्षीय सीरीज जीत पर होंगी। मेजबान टीम को तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार और सलामी बल्लेबाज शिखर धवन की कमी खलेगी। दोनों खिलाड़ी चोट की वजह से सीरीज से बाहर हो गए हैं। भुवनेश्वर की ग्रोइन में चोट दोबारा उभर गई है जबकि धवन सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी टूर्नामेंट के दौरान लगी चोट से अब तक नहीं उबर सके हैं। ऐसे में टीम में धवन की जगह मयंक अग्रवाल को और भुवनेश्वर कुमार की जगह शार्दुल ठाकुर की टीम में शामिल किया गया है। 
मुंबई में सलामी बल्लेबाजों रोहित शर्मा और लोकेश राहुल के अलावा कप्तान विराट कोहली की शानदार पारियों से टी20 श्रृंखला जीतने के बाद भारतीय टीम लय में है। धवन की गैरमौजूदगी में एकदिवसीय श्रृंखला में भी पारी का आगाज करने की जिम्मेदारी रोहित और राहुल को सौंपी जा सकती है। मयंक अग्रवाल को धवन के विकल्प के तौर पर टीम में शामिल किया गया है और देखना यह होगा कि उन्हें एकदिवसीय क्रिकेट में पदार्पण का मौका मिलता है या नहीं। 
सबकी नजरें एक बार फिर रिषभ पंत के प्रदर्शन पर होंगी। रिषभ खराब दौर से गुजर रहे हैं और उन्हें इससे निकलने का कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में पंत को खुद को साबित करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी होगी। क्योंकि टीम मैनेजमेंट की तरफ से उनको लेकर जिस तरह के बयान आ रहा हैं उससे तो लगता है कि उनके साथ मैनेजमेंट पर भी दवाब है। ऐसे में उन्हें सबके विश्वास पर खरा उतरना होगा। 
युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की कुलचा के नाम से विख्यात स्पिन जोड़ी एक बार फिर साथ खेलने का मौका मिलता है या नहीं। ये दोनों पिछली बार विश्व कप में एक साथ खेले थे। हालांकि चेपक की पिच स्पिन गेंदबाजी के अनुकूल होगी और ये जोड़ी यहां धमाल मचा सकती है। 
वेस्टइंडीज के लिए टीम का चयन करना थोड़ा मुश्किल होगा। क्योंकि एविन लुईस मुंबई में फील्डिंग करते हुए चोटिल हो गए थे। यदि वो रविवार को फिट नहीं होते हैं तो उनकी जगह किसे खिलाया जाए इसका निर्णय टीम को अंतिम क्षणों में करना होगा। लुईस की चोट का आकलन मैच से पहले किया जाएगा। शिमरॉन हेटमायर और निकोलस पूरन ने टी-20 में अच्छा प्रदर्शन किया। उन्हें वनडे में थोड़े धैर्य के साथ खेलना होगा। यदि ये खिलाड़ी वनडे में टी-20 के प्रदर्शन को दोहराने में सफल होते हैं तो टीम के लिए ये अच्छी बात होगी। आलराउंडर रोस्टन चेस को अंतिम एकादश में जगह मिलने की उम्मीद है और वह आक्रामक बल्लेबाजों के बीच बल्लेबाजी क्रम को स्थिरता दे सकते हैं।
कप्तान कीरोन पोलार्ड को अच्छे प्रदर्शन करके टीम की अगुवाई करनी पड़ेगी। गेंदबाजी का जिम्मा शेल्डन कॉट्रेल करेंगे। लेग स्पिनर हेडन वॉल्श जूनियर ने टी-20 में शानदार प्रदर्शन किया है उनसे टीम मैनेजमेंट को वनडे में भी उसी प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीद होगी।
भारतीय टीम:
विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, मयंक अग्रवाल, केएल राहुल, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, रिषभ पंत, शिवम दुबे, केदार जाधव, रविंद्र जडेजा, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, दीपक चाहर, मोहम्मद शमी और शार्दुल ठाकुर।
वेस्टइंडीज टीम:
कीरोन पोलार्ड (कप्तान), सुनील अंबरीश, शाई होप, खैरी पियरे, रोस्टन चेस, अल्जारी जोसेफ, शेल्डन कॉट्रेल, ब्रैंडन किंग, निकोलस पूरन, शेमरॉन हेटमायर, एविन लुईस, रोमारियो शेफर्ड, जेसन होल्डर, कीमो पॉल, हेडन वॉल्श जूनियर।


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