देहरादून। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में पार्टी का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मिले बगैर उनके आवास से वापस लौट गया। प्रतिनिधिमंडल में शामिल सभी सदस्यों के बजाए महज चार लोगों को मुख्यमंत्री से मिलने की अनुमति से खफा होकर प्रतिनिधिमंडल ने यह कदम उठाया।
अन्य राज्यों में फंसे प्रवासी उत्तराखंडियों की दिक्कतों के समाधान समेत कई मांगों को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से बुधवार शाम पांच बजे मुख्यमंत्री से मुलाकात का समय लिया गया था। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के साथ पीसीसी के विशेष आमंत्रित सदस्य मनीष खंडूड़ी, उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट, सूर्यकांत धस्माना, पूर्व विधायक विक्रम सिंह नेगी व राजकुमार और महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा मुलाकात के लिए मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने बताया कि मुलाकात के लिए मुख्यमंत्री की ओर से प्रतिनिधिमंडल में से कुछ को ही मिलने की अनुमति देने की बात कही गई।
इससे खफा कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल बगैर मिले ही मुख्यमंत्री आवास से लौट गया। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर विपक्षी दलों के लोगों की आवाज नहीं सुनने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बीते दिनों कांग्रेस ने देवभूमि सेवा एप के जरिये राज्य के बाहर फंसे लोगों के बारे में जानकारी जुटाई थी। पार्टी इस संबंध में विभिन्न नेताओं की ओर से एकत्र की गई जानकारी से मुख्यमंत्री को अवगत कराना चाहती थी। मुख्यमंत्री ने जिस असंवेदनशीलता का परिचय दिया, पार्टी उसकी निंदा करती है। प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत ने इस घटना की निंदा की।
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