उधमसिंह नगर: पूर्व सीएम हरीश रावत ने प्रदेश की आर्थिक स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री से श्वेत पत्र जारी करने को कहा। जिससे प्रदेश की जनता को उत्तराखण्ड की माली हालत की वास्तविकता पता लगे कि आखिर डबल इंजन की सरकार होने के बाबजूद प्रदेश सरकार को कर्ज किन परिस्थितियों में लेना पड़ रहा है। 

कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता के दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा आपदा प्रबंधन में विफल सरकार के मुखिया प्रदेश वासियों को संकट में छोड़ कर इन्वेस्टर मीट की तैयारी में लगे हैं, लेकिन वह ये तो बताए जिन उद्योगपतियों को वो न्योता दे रहे है, उसके लिए भूमि कहा है। जो भूमि है उसका प्रयोग पूर्व में निर्धारित हो चुका है। 

अगर सरकार ने पंतनगर की उपजाऊ भूमि में सेंध लगाने का प्रयास किया, तो इसका वह पुरजोर विरोध करेंगे। गन्ना किसानों के बकाया भुगतान की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए पूर्व सीएम ने कहा किसान परेशान है और केंद्र सरकार आय दोगुनी करने की बात कर रही है। वही खरीफ़ की फसल के निर्धारित दाम सरकार की मंशा स्वयं बता रहे है। मात्र 30 रुपये की वृद्धि किसान के साथ मजाक है। कांग्रेस किसान को उसका हक दिलाने के लिए सड़क पर उतरने से पीछे नहीं रहने वाली है। गन्ना किसान के साथ ही सितारगंज चीनी मिल को चलाना उनकी संकल्पबद्धता है।
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