नई दिल्ली। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों पर बर्बतापूर्ण कार्रवाई ठीक नहीं है। इसके लिए वह केंद्र की भाजपा-नीत राजग सरकार की निंदा करते हैं। राहुल एक आधिकारिक यात्रा के सिलसिले में इस समय विदेश में हैं। उन्होंने ट्वीट किया, “इस सरकार को यह अधिकार नहीं है कि वह कॉलेजों, टेलीफोन और इंटरनेट को बंद करवाए, मेट्रो ट्रेनों को रुकवाए और भारत की आवाज व शांतिपूर्ण प्रदर्शनों का दबाने के लिए धारा 144 लागू करवाए। ऐसा करना भारत की आत्मा का अपमान है।”
इससे पहले, कांग्रेस ने भी कहा कि भाजपा देश में अघोषित इमरजेंसी लगा रही है। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि कांग्रेस नेता अजय माकन और उनके परिवार, संदीप दीक्षित, उनकी पत्नी व बहन को तथा पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रमुख नदीम जावेद को हिरासत में ले लिया गया है। विपक्ष के अन्य वरिष्ठ नेता डी. राजा और सीताराम येचुरी को भी हिरासत में ले लिया गया है।
सिंघवी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लगभग 3,000 लोगों को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा जब से सत्ता में आई है, इंटरनेट बंद किए जाने की कार्रवाई बढ़ गई है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा को लोगों की आवाज सुननी चाहिए और सीएए वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि धारा 144 का दुरुपयोग नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट कहता है कि इसका उपयोग सिर्फ शांति बनाए रखने के लिए किया जा सकता है, लोगों को एहतियातन हिरासत में लेने के लिए नहीं।
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