भुगतान न मिलने के कारण ठेकेदारों ने हरिद्वार-नजीबाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण का काम बंद कर दिया है। बीते चार दिनों से काम बंद पड़ा है। नाराज ठेकेदारों ने गुरुवार को श्यामपुर स्थित कंपनी के प्लांट के गेट पर अपने वाहन खड़े करके प्रदर्शन किया। बता दें कि इससे पहले बीते दिसंबर और जनवरी माह में भी काम रोक दिया गया था।
हरिद्वार-नगीना हाईवे चौड़ीकरण का काम पहले आरसीसी कंपनी के पास था। कंपनी की आर्थिक स्थिति खराब होने पर ठेकेदार और श्रमिकों को समय पर वेतन नहीं मिल सका। इस कारण साल भर में इस हाईवे का काम कई बार रुका और शुरू हुआ। बीते साल अक्तूबर तक मात्र सात फीसदी ही काम हो पाया था। कुमाऊं और मुरादाबाद को जोड़ने का यह सबसे कम दूरी का मार्ग है। बताया जा रहा है कि आरसीसी कंपनी को महाराष्ट्र की किसी कंपनी ने टेकओवर कर लिया था। नई कंपनी ने नए सब कांट्रेक्टर (पवन कुमार) की व्यवस्था कर बीती फरवरी माह से काम को शुरू करा दिया। पुरानी कंपनी के ठेकेदार और श्रमिक भी नए ठेकेदार के अधीन आकर काम करने लगे थे। सड़क के दोनों ओर चौड़ीकरण का काम चल रहा था।
ठेकेदारों का आरोप है कि पुराने कार्यों के बिलों का अभी तक भुगतान नहीं हो सका है। जब उन्हें भुगतान होगा तभी वे आगे श्रमिकों को भी पैसा दे सकेंगे। बगैर पैसों के श्रमिक भी काम करने से इंकार कर रहे हैं। हालांकि कुछ समय पहले ठेकेदारों को थोड़ा भुगतान किया गया था। लेकिन ठेकेदार इससे संतुष्ट नहीं हुए। ठेकेदार लगातार पैसे मांग रहे हैं। हालात ऐसे हो गए हैं कि पैसे न मिलने से ठेकेदारों में असंतोष फैल गया है। ठेकेदारों का कहना है कि कई दिनों से वह कंपनी के अधिकारियों से किए गए कार्यों का भुगतान मांग रहे हैं। जब सुनवाई नहीं हुई तो मजबूरी में उन्हें प्लांट बंद करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों में देवेंद्र सिंह, रविंद्र सिंह, संजय सिंह, हरीश, इकरार, अर्जुन, देवराज, किशन लाल, रामप्रसाद, त्रिलोक सिंह आदि शामिल रहे।
कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों को मामले की जानकारी दे दी गई है। भुगतान संबंधी मांगों को भी हेड ऑफिस में अवगत करा दिया गया है। जल्द ही वार्ता करके समस्या का समाधान करने की कोशिश की जाएगी।


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