लॉकडाउन-3 में लोगों को मिली
छूट से स्वास्थ्य विभाग की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं। यूएसनगर में चोरी-छिपे आ रहे
चार लोगों के संक्रमित मिलने के बाद अब उत्तरकाशी में भी बाइक से लौटे युवक में
कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है।
स्वास्थ्य विभाग के लिए इन लोगों के
संपर्क में आए व्यक्तियों की पहचान सिरदर्द बन गया है। यूएसनगर, उत्तरकाशी में
पॉजिटिव पाए गए लोगों के संपर्क में आए तकरीबन तीन दर्जन लोगों का ही पता लग पाया
है।
राज्य में शुरू में विदेश से संक्रमित
होकर आए सात लोगों के संपर्क में आए 11 सौ से अधिक लोगों को तत्काल ट्रेस कर
लिया गया था और जमात से लौटे लोगों की भी बहुत जल्द ट्रेसिंग कर ली गई थी।
मगर, स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया
है कि, स्कूटर या प्राइवेट वाहनों से यहां आने वाले लोग किन-किन के संपर्क
में आए, यह पता लगा पाना मुश्किल है। क्योंकि संक्रमितों को भी इसकी
जानकारी नहीं होती।
क्वारंटाइन नियमों का पालन बेहद जरूरी: अपर सचिव (स्वास्थ्य) युगल किशोर पंत ने कहा कि क्वारंटाइन नियमों का पालन जरूरी है। बाहर से आए लोगों को तय समय तक घर पर रहना अनिवार्य होगा। ऐसा न होने पर आने वाले समय में चुनौतियां बढ़ सकती हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए ग्राम प्रधानों को विशेष अधिकार भी दिए गए हैं।
कोरोना संक्रमित की कॉन्टेक्ट
ट्रेसिंग इसलिए अनिवार्य है,
ताकि संक्रमण समाज तक पहुंचने से रोका
जा सके। हमारे लिए यह जानना जरूरी है कि बाहर से आए लोग अपने जिले या फिर राज्य के
किसी दूसरे हिस्से में तो प्रभावित नहीं हुए हैं। ऐसे लोगों की पहचान करके इन्हें
क्वारंटाइन किया जा रहा है। बाकी राज्यों के बारे में भी यदि कोई जानकारी मिलती है
तो उसे साझा किया जाता है।
Post A Comment: