कोरोना संकट के बीच घर-गांव लौटने के इच्छुक उत्तराखंड के प्रवासियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अब तक 1.87 लाख रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। इन्हें वापस लाना सरकार के लिए भी चुनौती बन गया है।
परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने कहा है कि, बस के साथ-साथ रेल के जरिये भी लोगों को वापस लाने का इंतजाम किया जा रहा है। बकौल आर्य, सरकार राज्य के हर व्यक्ति को लाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसकी व्यवस्था बनाई जा रही है।
आर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत भी खुद अभियान की निगरानी कर रहे हैं। अभी हाल में चंडीगढ़ और हरियाणा में समस्याएं आने पर त्रिवेंद्र ने खुद वहां के मुख्यमंत्री से वार्ता कर इस मामले को सुलझाया। इससे वहां से लोगों का जल्दी लौटना सुनिश्चित हो पाया। बाकी राज्यों से भी सरकार संपर्क में है।
रविवार को सरकार ने घर वापसी अभियान के आंकड़े भी जारी किए। सरकारी प्रवक्ता मदन कौशिक के अनुसार, नौ मई तक 1.87 लाख से ज्यादा लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के भीतर भी अभी तक 40 हजार 714 लोग एक से दूसरे जिले में जा चुके हैं।


देहरादून। सरकार आठ क्षेत्रों से स्पेशल ट्रेन से प्रवासियों को लाने को गंभीर है। इस बारे में परिवहन सचिव शैलेश बगौली के अनुसार, फिलहाल पहले चरण में विभिन्न राज्यों से करीब 9600 लोगों को एकसाथ लाए जाने की योजना है। बेंगलुरु से स्पेशल ट्रेन चल सकती है। इस बारे में रेलवे से विधिवत अनुमति की प्रतीक्षा है।

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