नई दिल्ली। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने नागरिकता संशोधन कानून पर देश में उपद्रव की घटनाओं पर कहा कि लोकतांत्रिक प्रणाली में हारे हुए लोग गुंडातंत्र के जरिए लोकतंत्र को हाईजैक करने की नापाक कोशिश कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि हालांकि देश की समझदार जनता इन लोगों की चाल को समझती है।

नागरिकता संशोधन कानून पर जनजागरण अभियान के तहत यहां प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मुख्तार अब्बास नकवी ने तमाम सवालों का जवाब देते हुए लोगों की शंकाओं का समाधान किया। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून से देश के मुसलमानों की नागरिकता पर कोई खतरा नहीं है।

उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ लोगों को उकसाया जा रहा है। भारत का मुसलमान यहां मजबूरी में नहीं बल्कि मजबूती से रह रहा है जबकि पाकिस्तान के अल्पसंख्यक वहां मजबूरी में रह रहे हैं।

मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, “कुछ लोग एक बड़े तबके को देश की मुख्य धारा से अलग-थलग करने की साजि़श कर रहे हैं, जो लोग बकवास कर रहे हैं उनकी दुकान बंद होने वाली है। जीत अंतिम रूप से सच की होगी।”


उन्होंने कहा कि संसद के अंदर और बाहर कहा गया कि यह कानून भारत के नागरिकों के लिए नहीं है बल्कि उन तीन देशों के लिए है जहां अल्पसंख्यकों को अपमानित और प्रताड़ित किया जा रहा है। मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, “1955 के नागरिकता कानून के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है और जो यहां के नागरिक हैं उन्हें कोई चिंता करने की बात नहीं है।”
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